मुंबई: गुलियन बैरे सिंड्रोम (GBS) महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहा है। इसकी वजह से महाराष्ट्र में मौतों का आंकड़ा 5 पहुंच गया है। 149 संदिग्ध मरीजों में 124 मरीजों में GBS वायरस की ही पुष्टि हुई है। 28 मरीज फिलहाल वेंटिलेटर पर हैं। आज भी 3 नए मरीज मिले हैं। ज्यादातर मामले पुणे और पिंपरी चिंचवड के पास के हैं।
महाराष्ट्र के अलावा अन्य राज्यों में भी प्रभाव, असम में एक मौत
ऐसा नहीं है कि जीबीएस वायरस के मामले केवल महाराष्ट्र में ही बढ़ रहे हैं बल्कि ये अन्य राज्यों में भी सामने आ रहे हैं। हालही में असम में भी इस वायरस का मामला सामने आया था और एक प्राइवेट हॉस्पिटल में संदिग्ध (जीबीएस) के कारण 17 वर्षीय एक लड़की की मौत की बात सामने आई थी। यह इस मौसम में असम में इस तरह का पहला मामला है। डॉक्टरों ने शनिवार को लड़की की मौत के बारे में बताया था, लेकिन अस्पताल और राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई थी।
डॉक्टर ने बताया था कि लड़की की हालत बिगड़ गई थी और उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। यह जीबीएस की बहुत गंभीर किस्म थी और रात में उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा था कि यह इस मौसम में असम में जीबीएस का पहला ज्ञात मामला है, हालांकि यह एक बहुत ही आम जीवाणु रोग है, जो तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। पिछले छह महीनों में जीबीएस का कोई मामला सामने नहीं आया। पूरे भारत में जीबीएस के मामलों की बाढ़ सी आ गई है और कई जगहों पर इसका पता चला है।
बता दें कि जब से कोराना वायरस ने दुनिया को अपनी चपेट में लिया है, उसके बाद से कई अन्य तरह के वायरस सुनने में आए हैं जो इंसानों को अपने प्रभाव में ले रहे हैं। हालांकि ये वायरस कोरोना जितने खतरनाक तो नहीं है और ना ही इनका प्रभाव कोरोना जितना व्यापक है, फिर भी इंसानों को इनसे सावधान रहने की जरूरत है!