कारगिल युद्ध की जीत के 25वें समारोह में मोदी ने कहा पकिस्तान ने इतिहास से कुछ नहीं सीखा
दिल्ली : करगिल विजय दिवस के मौके पर द्रास में शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने इतिहास से कोई सबक नहीं सीखा. उसने जब भी कोई दुस्साहस किया है, उसे हार का सामना करना पड़ा है. करगिल में हमने न केवल युद्ध जीता, बल्कि सत्य, संयम और शक्ति का अद्भुत उदाहरण पेश किया. कारगिल युद्ध की जीत न तो सत्ता में बैठी किसी सरकार की जीत है और न ही किसी राजनीतिक समूह की, यह भारत के 1.40 करोड़ लोगों की विरासत और जीत है.
युवा को युद्ध के लिए तैयार रखना मकसद
पीएम मोदी ने अग्निपथ स्कीम के बारे में बताते हुए कहा कि इस योजना का मकसद युवा को सेना और युद्ध के लिए तैयार रखना है. अग्निपथ योजना हमारे रक्षा बलों के लिए आवश्यक है. दशकों से इस बात पर बहस और चर्चा होती रही है कि कैसे सुनिश्चित किया जाए कि सशस्त्र बल युवा रहे और हमेशा युद्ध के लिए तैयार रहें. एक भारतीय सैनिक की औसत आयु वैश्विक औसत से अधिक है जो एक चिंता का विषय है. विभिन्न समितियों ने इस पर चर्चा की, लेकिन किसी भी सरकार ने सही कदम उठाने की जहमत नहीं की. लेकिन देश की रक्षा और सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े एक संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति की जा रही है.
पीएम मोदी ने योजना पर राजनीति करने के लिए विपक्ष की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, ‘दुर्भाग्य से, कुछ लोग अपने निजी लाभ के लिए इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं. ये वही लोग हैं जो विभिन्न रक्षा-संबंधी घोटालों में शामिल थे और हमारी सेनाओं को कमजोर किया. वे कभी नहीं चाहते थे कि वायुसेना को आधुनिक लड़ाकू विमान मिलें. ये वही लोग हैं जो तेजस लड़ाकू विमान परियोजना को ठंडे बस्ते में डालने की योजना बना रहे थे. कुछ लोग अग्निपथ योजना के बारे में झूठ फैला रहे हैं कि सरकार पैसे बचाने के लिए ऐसा कर रही है. लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं – पेंशन का मुद्दा 30 साल बाद आएगा, सरकार आज फैसला क्यों लेगी. इसे भविष्य की सरकार के लिए छोड़ सकती थी. लेकिन, हमने सेनाओं के फैसले का सम्मान किया. हमारे लिए यह राजनीति नहीं है. हमारे लिए देश की सुरक्षा सबसे पहले है.’