कोटा : कोटा के बहुप्रतीक्षित चंबल रिवर फ्रंट का उद्घाटन हुआ. UDH मंत्री शांति धारीवाल के साथ कांग्रेस के कई नेता शामिल हुए, चम्बल रिवर फ्रंट के उद्घाटन से कोटा की जनता में ख़ुशी की लहर. कोटा में विकसित चम्बल रिवर फ्रंट आर्किटेक्ट का देशभर में अद्वितीय नमूना है. इस पर विकास के साथ पर्यटन, रोजगार, पर्यावरण संरक्षण के साथ नदी के सौंदर्यकरण जैसे कार्य किए गए हैं. यहां पर चम्बल माता की 242 फ़ीट ऊंची संगमरमर की मूर्ति भी स्थापित की गई है. चम्बल रिवर फ्रंट के जवाहर घाट पर पं. जवाहर लाल नेहरू का दुनिया का सबसे बड़ा गन मेटल का मुखौटा बनाया गया है. साथ ही, दुनिया का सबसे बड़ा नन्दी भी यहां बना है.
लोकार्पण समारोह के दौरान कुल 27 घाटों का लोकार्पण होगा, जिनमें चम्बल माता घाट, गणेश पोल, मरू घाट, जंतर-मंतर घाट, विश्व मैत्री घाट, हाड़ौती घाट, महात्मा गांधी सेतु, कनक महल, फव्वारा घाट, रंगमंच घाट, साहित्य घाट, उत्सव घाट शामिल हैं. साथ ही, सिंह घाट, नयापुरा गार्डन, जवाहर घाट, गीता घाट, शान्ति घाट, नन्दी घाट, वेदिक घाट, रोशन घाट, घंटी घाट, तिरंगा घाट, शौर्य घाट, राजपूताना घाट, जुगनु घाट, हाथी घाट और बालाजी घाट का भी शामिल है.
इसी प्रकार, एक बगीचे में 10 अवतारों की मूर्ति लगाई गई है तथा बुलन्द दरवाजे से ऊंचा दरवाजा बनाया गया है. राजपूताना घाट पर राजस्थान के 9 क्षेत्रों की वास्तुकला व संस्कृति को दर्शाया गया है. मुकुट महल में 80 फ़ीट ऊँची छत है तथा यहाँ पर सिलिकॉन वैली भी है. ब्रह्मा घाट पर विश्व की सबसे बड़ी घण्टी बनाई गई है जिसकी आवाज 8 किमी दूर तक सुनी जा सकेगी. साहित्यिक घाट पर पुस्तक, प्रसिद्ध लेखकों की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई है.
सी एम् अशोक गहलोत का कोटा दौरा हुआ रद्द
पहले उद्घाटन समारोह में सीएम अशोक गहलोत भी शामिल होने वाले थे, लेकिन किन्हीं कारणों से उनका आज का कोटा दौरा टल गया है. सीएम गहलोत 13 सितंबर को कोटा पहुंचेंगे. इस बाबत खुद सीएम गहलोत ने देर रात ट्वीट कर जानकारी दी. देर रात किए एक ट्वीट में सीएम ने कहा, मुझे रिवर फ्रंट के उद्धघाटन का बेसब्री से था इंतजार था, लेकिन कुछ अपरिहार्य कारणों से आज वो चंबल रिवर फ्रंट के उद्घाटन समारोह में नहीं पहुंच सकेंगे. हालांकि सीएम गहलोत का 13 सितंबर का कार्यक्रम यथावत रहेगा. हमारे वरिष्ठ साथी UDH मंत्री श्री शांति धारीवाल ने कोटा रिवर फ्रंट के रूप में हाड़ौती को एक ऐतिहासिक सौगात दी है। हाड़ौती क्षेत्र पर्यटन के क्षेत्र में पिछड़ा रहा है परन्तु यह रिवर फ्रंट यहां पर्यटन बढ़ाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा एवं कोटा के विकास की नई इबारत लिखेगा।