अनशन पर बैठे प्रदर्शनकारी
बीकानेर : राजस्थान पशु चिकित्सक एसोसिएशन ने नॉन प्रैक्टिसिंग एलाउंस की मांग को लेकर संयुक्त निदेशक कार्यालय के आगे धरने पर बैठे है और अब चिकित्सक अपनी मांगो मनवाने के लिए अनशन पर भी बैठ गये है. इनकी माँग है कि मेडिकल डॉक्टर्स की तरह वेटरनरी डॉक्टरों को भी एनपीए यानी नॉन प्रैक्टिसिंग एलाउंस मिलना चाहिए।
धरने पर बैठे डॉक्टर कुलदीप चौधरी का कहना है कि वेटरनरी और मेडिकल दोनों के डॉक्टरों की डिग्री समान है और दोनों में ही साढ़े पाँच सालों तक पढ़ाई करने के बाद डिग्री दी जाती है। ऐसे में मेडिकल वालों को एनपीए दिया जाना और वेटरनरी डॉक्टरों को नहीं दिया जाना भेदभाव पैदा करता है इसके अलावा दोनों की ज़िम्मेदारीयाँ भी कमोबेश बराबर की हैं। वेटरनरी डॉक्टर्स इस मुद्दे को लम्बे समय से उठा रहे हैं और सरकार के कई बार अपनी बात रख चुके है और सरकार ने इसे पूरा करने का वादा भी किया मगर,अभी तक इसे क्रियान्वित नहीं किया गया है. जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती हमारा ये विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।