भारतीय किसान संघ जोधपुर प्रांत का सम्मेलन, ज़िले के विद्युत आयाम प्रमुख तोलाराम जाखड़ की अगुवाई में हुआ सम्मेलन,
एक स्वर में गुंजी किसानों कीं विभिन्न मांगे,सम्मेलन में बड़ी संख्या में क्षेत्र सहित आस पास के गाँवों सें किसान भी हुए शामिल.
श्रीडूंगरगढ़: भारतीय किसान संघ के बैनर तले बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में मंगलवार को किसान सम्मेलन आयोजित किया गया। हजारों की तादाद में पहुंचे किसानों द्वारा एक स्वर में किसान हितों की योजनाओं का लाभ प्रत्येक किसान तक पहुंचाने की बात की गई। भाजपा नेता और भारतीय किसान संघ के विद्युत आयाम प्रमुख तोलाराम जाखड़ की अगुवाई में हुए किसान सम्मेलन में क्षेत्र के किसानों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

एक कहावत है कि भारत की आत्मा किसान है जो गांवों में निवास करते हैं । किसान हमें खाद्यान्न देने के अलावा भारतीय संस्कृति और सभ्यता को भी सहेज कर रखे हुए हैं । डूंगरगढ़ में हुए किसान महासम्मेलन कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने किसानों से संबंधित नीतियों व योजनाओं की जानकारी किसानों को देते हुए उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ने की अपील की ताकि किसान सुखी व समृद्ध हो सके। फसल बीमा योजना समेत बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के बारे में किसानों को जानकारी देते हुए किसानों से अपील की गई कि किसान अपने हकों के लिए जितना जागृत रहेगा उतना ही समृद्ध रहेगा।
‘भारतीय किसान संघ जोधपुर प्रांत की ओर से श्री डूंगरगढ़ में किसान महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुए भारतीय किसान संघ के विद्युत आयाम प्रमुख तोलाराम जाखड़ ने कहा कि किसानों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए किसानों को एकजुट रहना होगा। उन्होंने समर्थन मूल्य, फसल बीमा और किसानों से जुड़े अन्य मुद्दों पर किसानों की बात रखी।’

किसान महासम्मेलन को भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष दलाराम चौधरी, भारतीय किसान संघ के प्रदेश मंत्री तुलसाराम सीवर ने भी सम्बोधित किया। महासम्मेलन के तुरंत बाद किसानों से सम्बंधित मांगों का ज्ञापन प्रशासन को सौंपा गया। ज्ञापन लेने के लिए श्रीडूंगरगढ़ के तहसीलदार राजवीरसिंह कड़वासरा सभा स्थल पर पहुंचे। महासम्मेलन में मौजूद सभी पदाधिकारियों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा ।
पिछले दिनों किसान नेता तोलाराम जाखड़ की अगुवाई में ग्रामीण इलाको में चौपाल के कई आयोजन किये गये थे जो की आज भी निरंतर जारी है, और आज इस सम्मेलन के ज़रिए किसानों को जागरूक करने के साथ साथ एकता का भी संदेश देने की कोशिश की गई,वही आने वाले समय में किसान जागरूक होकर अपनी आया बढ़ाये और श्रीडूँगरगढ़ में किसान स्मृद्ध और उन्नत हो उसको भी सुनिश्चित किया गया ।