दिल्ली : आम आदमी के लिए राहत की खबर है। इस साल महंगाई डायन ज्यादा नहीं सताएगी। आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति पेश करते हुए कहा कि FY26 में रिटेल इन्फ्लेशन यानी खुदरा महंगाई 4.2% से घटकर 4% के आसपास रहेगी। यानी खाने-पीने के सामान के दाम काबू में रहेंगे। आपको बता दें कि फरवरी 2025 में खुदरा महंगाई दर 3.61% रही थी। वहीं, जनवरी के दौरान खुदरा महंगाई दर 4.26% रही थी। महंगाई के नियंत्रण में होने के साथ, नीति निर्माताओं ने आर्थिक विकास को बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित किया है, खासकर वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं के संदर्भ में। रेपो दर में कमी ऐसे समय में आई है जब अमेरिका ने भारतीय आयात पर 26 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, जो भारत के लिए चिंता की बात है।
कब कितनी रहेगी महंगाई
आरबीआई का मानना है कि महंगाई में और गिरावट आएगी। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 3.6 प्रतिशत (पहले 4.5 प्रतिशत के मुकाबले), दूसरी तिमाही में 3.9 प्रतिशत (पहले 4 प्रतिशत के मुकाबले), तीसरी तिमाही में 3.8 प्रतिशत (पिछले अनुमानों के समान) और चौथी तिमाही में 4.2 प्रतिशत (पहले 4.4 प्रतिशत के मुकाबले) रिटेल इन्फ्लेशन रहने का अनुमान आरबीआई ने लगाया है।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने घोषणा की कि केंद्रीय बैंक गोल्ड लोन पर व्यापक दिशानिर्देश जारी करेगा। गवर्नर ने अपने भाषण के दौरान कहा, “स्वर्ण आभूषणों और आभूषणों के गिरवी के एवज में लोन, जिसे सामान्यतः गोल्ड लोन के रूप में जाना जाता है, जिसे – बैंकों और एनबीएफसी – द्वारा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि हम एक कॉमन पॉलिसी लाएंगे जो सभी पर लागू होंगे।