भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने जोधपुर में बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस थाना राजीव गांधी नगर में तैनात कांस्टेबल भविष्य कुमार को 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इस मामले में शामिल उप निरीक्षक प्रेमनाथ कार्रवाई की भनक लगते ही मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में एसीबी की टीमें जुटी हुई हैं।
30 हजार की डील, 20 हजार लेते पकड़ा गया
एसीबी महानिदेशक पुलिस गोविंद गुप्ता ने बताया कि विशेष इकाई जोधपुर को एक शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता ग्राम चौखा में किराये के कब्जा-शुदा मकान में रहता है, जिसे लेकर मकान मालिक भभूताराम और सागर गहलोत के बीच विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते सागर गहलोत ने पुलिस थाना राजीव गांधी नगर में भभूताराम और परिवादी के पुत्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी।
नाम हटाने के बदले मांगी रिश्वत
शिकायत में आरोप लगाया गया कि उप निरीक्षक प्रेमनाथ और कांस्टेबल भविष्य कुमार ने परिवादी को थाने बुलाकर मुकदमे में नाम जोड़ने और गिरफ्तारी की धमकी दी। साथ ही केस से नाम हटाने के एवज में 30,000 रुपये रिश्वत की मांग की जा रही थी।
ट्रैप कार्रवाई में बड़ा खुलासा
शिकायत का सत्यापन होने के बाद एसीबी ने ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान कांस्टेबल भविष्य कुमार को पुलिस थाना राजीव गांधी नगर के सामने परिवादी की गाड़ी में बैठकर 20,000 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, उप निरीक्षक प्रेमनाथ कार्रवाई की भनक लगते ही फरार हो गया।
फिलहाल एसीबी गिरफ्तार कांस्टेबल से गहन पूछताछ कर रही है और फरार SI की तलाश जारी है।