भरतपुर में केवलादेव घना राष्ट्रीय उद्यान से जवाहर नगर को जोड़ने वाली सड़क पर शुक्रवार को बड़ा हादसा होते-होते बच गया। घना गेट के सामने मिट्टी से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली अचानक सड़क में धंस गई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, ट्रैफिक पुलिस की तत्परता से यातायात व्यवस्था को जल्द ही नियंत्रित कर लिया गया और किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।
घटना के बाद सड़क निर्माण की गुणवत्ता को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। जानकारी के अनुसार यह सड़क महज दो महीने पहले ही लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई थी, लेकिन इतनी जल्दी सड़क धंसने से निर्माण कार्य की मजबूती पर संदेह जताया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कमजोर निर्माण के कारण इससे पहले भी इस मार्ग पर छोटे-मोटे हादसे हो चुके हैं।
इस मामले में जलदाय विभाग की लापरवाही भी सामने आई है। सड़क धंसने के बाद मौके पर पाइपलाइन लीकेज का पता चला, जिससे सड़क के भीतर से हजारों लीटर पानी बह रहा है। बताया जा रहा है कि लंबे समय से लीकेज की शिकायतें होने के बावजूद जलदाय विभाग ने इसे ठीक नहीं कराया, जिससे सड़क की स्थिति और खराब होने की आशंका बढ़ गई है।
घटना के बाद प्रशासन और संबंधित विभागों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। लोगों की मांग है कि सड़क निर्माण और पाइपलाइन लीकेज की निष्पक्ष जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।