उदयपुर के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में हो रही थी शाद्दी, गायत्री सेवा संस्थान की पहल से रुकी शाद्दी
उदयपुर: राजस्थान में बाल विवाह जैसी कुरूतियो पर इतने कानून होने के बावजूद भी कही न कही से बाल विवाह की खबर आ ही जाती है ऐसे ही हुआ उदयपुर के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र जहा जिला प्रशासन और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग से सोमवार को सामाजिक संस्था गायत्री सेवा संस्थान ने उदयपुर जिले में हो रहे दो नाबालिग लड़कियों का बाल विवाह रूकवाया. संयुक्त रूप से संचालित “बाल विवाह मुक्त उदयपुर” इस वर्ष नवम्बर 2023 तक कुल 24 बाल विवाह को रुकवा चुकी है.
रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को बाल विवाह होने की सूचना उदयपुर के झाडोल पुलिस थाना के अंतर्गत आने वाले खाखड ग्राम पंचायत में मिली. इस ग्राम पंचायत में 2 बालिकाओं के बाल विवाह की बात सामने आई थी. इन दोनों बाल विवाह को जिला प्रशासन और निजी सेवा संस्थान की मदद से रुकवाया गया है.
जिले की निजी संस्था गायात्री सेवा संस्थान के समन्वयक नितिन पालीवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को खाखड ग्राम पंचायत में जिन दो लड़कियों का बाल विवाह होने जा रहा था, उनकी उम्र 15 वर्ष और 17 वर्ष थी. दोनों बेटियों के बाल विवाह की सूचना प्राप्त होते ही मौके पर गायत्री सेवा संस्थान की टीम, स्थानीय पटवारी रीना कुमारी एवं स्थानीय पुलिस थाने की टीम ने पहुंच कर बाल विवाह को रुकवाया.