बॉलीवुड : कैंसर का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं। पिछले कुछ सालों में कैंसर का खतरा काफी बढ़ गया है। कई बॉलीवुड एक्ट्रेस भी कैंसर का दर्द झेल चुकी हैं। एक्ट्रेस हिना खान कैंसर का इलाज करवा रही हैं और अब एक्टर आयुष्मान खुराना की पत्नी ताहिरा कश्यप एक बार फिर कैंसर की चपेट में आ चुकी हैं। ताहिरा कश्यप को साल 2018 में कैंसर का पता चला था। जिसके बाद उन्होंने मास्टेक्टॉमी करायी और ठीक हो गई थीं, लेकिन उन्हें दोबारा कैंसर ने चपेट में ले लिया है। साल साल में दूसरी बार ताहिरा कश्यप उसी दर्द से गुजर रही हैं। जो उन्होंने झेला है।
ऐसे में ये सवाल लोगों के मन में उठने लगा है कि क्या कैंसर ठीक होने के बाद फिर से हो सकता है। क्या एक बार कैंसर हो जाए तो ये पूरी तरह से ठीक नहीं होता है। क्या ब्रेस्ट कैंसर रिपीट हो सकता है और अगर हां तो इससे कैसे बच सकते हैं। इन सवालों के जवाब फेमस डॉक्टर गरिमा सिंह, सीनियर कंसल्टेंट रेडिएशन ऑन्कोलॉजी एंड ऑन्कोसर्जरी (बीएलके, मैक्स हॉस्पिटल, दिल्ली) से जानते हैं।
ब्रेस्ट लेंडर दुबारा हो सकता है –
शुरुआत के 5 सालों में कैंसर दोबारा होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। 20 से 30 प्रतिशत केसेज में कैंसर फिर से पनप सकता है। कैंसर का दोबारा होना कई फैक्टर्स पर निर्भर रहता है। जैसे आपका कितनी कम उम्र में कैसर हुआ है, कैंसर का स्टेज क्या था, फैमिली में कैंसर हिस्ट्री तो नहीं रही है, शरीर में होने वाले हार्मोन बदलाव भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
अमेरिक कैंसर सोसाइटी की मानें तो इंफ्लामेटरी ब्रेस्ट कैंसर (IBC) और ट्रिपल नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर (TNBC) में दूसरे कैंसर के मुकाबले दोबारा होने का खतरा ज्यादा रहता है। ब्रेस्ट कैंसर दोबारा हो इसकी संभावना काफी कम होती है लेकिन ये इलाज और स्टेज पर काफी निर्भर करता है।
कैंसर दोबारा न हो इसके लिए क्या करें?
कैंसर के इलाज के बाद मरीज को रेगुलर फॉलोअप करवाना चाहिए। जिसमें ब्लड टेस्ट, साल में एक बार मेमोग्राफी और चेस्ट एक्सरे और होल एब्डोमेन अल्ट्रासाउंड करवाना चाहिए। हाई रिस्क पेशेंट्स में क्लीनिकली दोबारा होने का खतरा हो तो इसके लिए Pet Ct भी कराया जाता है। इससे कैंसर के दोबारा होने के खतरे को कम किया जा सकता है। दोबारा कैंसर लोकल, रीजनल या डिस्टेंट एरिया में हो सकता है। कई बार एक ब्रेस्ट में कैंसर ठीक होने के बाद दूसरे ब्रेस्ट में भी हो सकता है, ऐसी स्थिति में इसे नया कैंसर मानकर ट्रीट किया जाता है न कि पुराना कैंसर दोबारा हुआ है।