कोटा: कोटा पुलिस ने जम्मू-कश्मीर की 18 वर्षीय छात्रा की महावीर नगर स्थित किराए के मकान में हुई मौत के मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है. मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट (NEET) की तैयारी कर रही छात्रा जीशान पिछले महीने कोटा लौटी थी. वह खुद से पढ़ाई कर रही थी और उसने किसी कोचिंग संस्थान में प्रवेश नहीं लिया था.
महावीर नगर थाने के सर्किल इंस्पेक्टर (सीआई) रमेश कविया ने मंगलवार को बताया, “बीएनएस की धारा 108 के तहत ज्ञात या अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है. ” छात्रा जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग की रहने वाली थी और रविवार शाम को अपने कमरे में पंखे से लटकी हुई मिली थी. पुलिस ने बताया कि कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.
कोटा में नीट की तैयारी कर रही छात्रा ने रविवार (25 मई) को आत्महत्या कर ली थी. वह पिछले एक साल से मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रही थी. जिस कमरे में उसने फांसी लगाई, वहां एंटी-हैंगिंग डिवाइस नहीं लगा था. जब पुलिस और अन्य लोग सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे, तो देखा कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था. दरवाजे को गैस कटर की मदद से काटा गया. पुलिस की सूचना पर छात्रा के परिजन मंगलवार को कोटा पहुंच गए.
छात्रा के परिजनों ने पहले पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया था, लेकिन बाद में पुलिस के समझाने पर वे तैयार हो गए. जांच में सामने आया है कि छात्रा आत्महत्या से ठीक पहले किसी से फोन पर बात कर रही थी, और उसी दौरान उसने यह आत्मघाती कदम उठाया.
पुलिस के अनुसार, जिस हॉस्टल में छात्रा जीशान रहती थी, वहीं उसकी एक दोस्त भी रहती है. उसी दोस्त को एक परिचित का फोन आया, जिसने कहा कि जाकर देखो, वह फांसी लगा रही है. जब दोस्त उसके कमरे तक पहुंची, तो दरवाजा अंदर से बंद मिला. उसने तुरंत शोर मचाया और लोगों को बुलाया, साथ ही पुलिस को भी सूचना दी. पास में काम कर रहे मजदूरों ने गैस कटर से दरवाजा काटकर उसे खोला.