श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़–घड़साना मार्ग पर नेशनल हाईवे 911 पर शनिवार को बड़ा हादसा टल गया, जब पराली से भरी दो ओवरलोडेड ट्रॉलियां आवारा पशु को बचाने के प्रयास में अचानक पलट गईं। हादसे के बाद हाईवे पर करीब 2 घंटे तक लंबा जाम लगा रहा और लगभग 2 किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लग गईं।
तेजी से पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम
घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी प्रशांत कौशिक और एसआई गोविंद राम पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे। एनएचएआई के साइट इंजीनियर रणजीत सिंह ने भी पहुंचकर जेसीबी और क्रेन की मदद से दोनों ट्रॉलियों को हाईवे से हटवाया।
करीब आधे घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद यातायात धीरे-धीरे बहाल किया गया। गनीमत रही कि दुर्घटना में कोई जनहानि नहीं हुई।
ऐसे हुआ हादसा
ट्रॉली चालक दर्शन सिंह ने बताया कि वह और मंगा सिंह, दोनों पंजाब के अबोहर से 12–12 टन पराली लेकर छतरगढ़ जा रहे थे। रास्ते में अचानक आगे एक आवारा पशु आ गया।
पहला ट्रैक्टर मोड़ते वक्त पलट गया और पीछे आ रहे दूसरे चालक ने ब्रेक लगाई तो उसकी ट्रॉली भी अनियंत्रित होकर पलट गई।
ओवरलोडिंग और मॉडिफिकेशन पर सख्त निर्देश
डीएसपी प्रशांत कौशिक ने बताया कि दोनों ट्रॉलियां ओवरलोडेड थीं और उनमें मॉडिफाइड ढांचा लगा हुआ था, जिसकी वजह से हादसे की संभावना और बढ़ जाती है। उन्होंने मौके पर ही दोनों ट्रैक्टर चालकों पर मामला दर्ज करने के निर्देश दिए।
परिवहन विभाग पहले से ही ओवरलोड व ओवरहैंगिंग वाहनों पर कार्रवाई चला रहा है, परंतु सीजर यार्ड न होने से वाहनों को जब्त करने में कठिनाई होती है।
टोल कर्मचारियों को भी चेतावनी
अधिकारियों ने कहा कि हाईवे टोल कर्मियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी ओवरलोड वाहन टोल से न गुजर पाए, ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके। ट्रॉली की क्षमता केवल 5 टन होती है, जबकि पलटी ट्रॉलियों में इससे कई गुना अधिक पराली भरी गई थी। मामले की जांच जारी है।
