कल यानी 30 अगस्त से एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट शुरू हो रहा है। 7 बार की चैम्पियन टीम इंडिया और 2 बार की विजेता पाकिस्तान खिताब जीतने की प्रबल दावेदार हैं। भारत जहां वर्ल्ड कप 2019 के बाद से वनडे मैच जीतने के मामले सबसे सफल टीम है, वहीं पाकिस्तान इस बार अपने घातक तेज गेंदबाजों के साथ स्ट्रॉन्ग टॉप ऑर्डर के साथ भी उतरेगा।
डिफेंडिंग चैम्पियन श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान टूर्नामेंट की डार्क हॉर्स बनकर उतरेंगी। वहीं पहली बार उतर रही नेपाल टीम के पास भी अच्छे प्लेयर्स हैं।
इस स्टोरी में हम सभी 6 टीमों का स्क्वॉड और पॉसिबल प्लेइंग-11 जानेंगे। साथ ही इन टीमों की 3-3 स्ट्रेंथ और वीकनेस भी देखेंगे…
शुरुआत ग्रुप-ए की टीमों से…
1. भारत : गेंदबाजों को बैटिंग और बल्लेबाजों को बॉलिंग नहीं आती; टॉप ऑर्डर टिका तो कोई विपक्षी टीम बड़ी नहीं
एशिया कप की सबसे सफल टीम इंडिया 7 बार टूर्नामेंट की चैम्पियन बनी है। केएल राहुल, श्रेयस अय्यर और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी चोट से वापसी करने के बाद टीम का हिस्सा बन चुके हैं। कप्तान रोहित शर्मा 2018 में टीम को एक बार वनडे एशिया कप का खिताब जिता चुके हैं। लेकिन टीम 2022 में सुपर-4 स्टेज में श्रीलंका और पाकिस्तान से हारकर फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकी थी।
इस बार विराट कोहली, रवींद्र जडेजा और हार्दिक पंड्या जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ युवाओं पर भी टीम को चैम्पियन बनाने की जिम्मेदारी होगी।
टीम की टॉप-3 स्ट्रेंथ
- टीम बेहतरीन फॉर्म में: 2019 वनडे वर्ल्ड कप के बाद से भारत ने 57 वनडे खेले। टीम को 34 में जीत मिली, जो सभी टीमों में सबसे ज्यादा है। टीम ने पिछले दिनों वेस्टइंडीज, श्रीलंका और न्यूजीलैंड को भी वनडे सीरीज हराई हैं।
- मजबूत बैटिंग ऑर्डर: विराट कोहली, रोहित शर्मा और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों के साथ टीम में अनुभवी श्रेयस अय्यर और केएल राहुल की भी वापसी हो चुकी है। लोअर ऑर्डर में हार्दिक पंड्या और रवींद्र जडेजा बैटिंग में गहराई दे रहे हैं।
- गेंदबाजी में वैरायटी: जसप्रीत बुमराह की वापसी के साथ मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी इस वक्त टॉप क्लास फॉर्म में हैं। 2019 वर्ल्ड कप के बाद सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले शार्दूल ठाकुर भी टीम का हिस्सा हैं। जडेजा के साथ कुलदीप यादव भी स्पिन डिपार्टमेंट को मजबूती दे रहे हैं।
टीम की टॉप-3 वीकनेस
- इंजर्ड खिलाड़ियों का फॉर्म : अय्यर, राहुल और बुमराह इंजरी के बाद वापसी कर रहे हैं। बुमराह ने आयरलैंड सीरीज में 4 विकेट लेकर अच्छे फॉर्म के संकेत दिए, लेकिन बाकी 2 प्लेयर्स का फॉर्म टीम के लिए परेशानी साबित हो सकता है।
- निचले क्रम की कमजोर बैटिंग : नंबर-7 पर जडेजा के बाद टीम के बाकी 4 प्लेयर्स की बैटिंग बेहद कमजोर है। कुलदीप, बुमराह, शमी और सिराज में कोई भी बैटर आखिरी 12 गेंदों पर 15 रन बनाने की जिम्मेदारी नहीं उठा सकता।
- लेफ्ट आर्म पेसर : टीम के ज्यादातर बैटर्स लेफ्ट आर्म पेसर्स के खिलाफ मुश्किल में पड़ जाते हैं। पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और श्रीलंका में एक न एक लेफ्ट आर्म पेसर ऐसा है ही जो भारतीय टीम के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है। दूसरी ओर टीम इंडिया में एक भी लेफ्ट आर्म पेसर नहीं है।
टीम इंडिया की पॉसिबल प्लेइंग-11
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी/शार्दूल ठाकुर, मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव।
2. पाकिस्तान : मजबूत टॉप ऑर्डर, 4 ऑलराउंडर्स भी; मिडिल ऑर्डर कमजोर, फील्डिंग खराब
पाकिस्तान ICC की वनडे रैंकिंग में नंबर-1 टीम है। एशिया कप से ठीक पहले टीम ने श्रीलंका में अफगानिस्तान के खिलाफ 3-0 से वनडे सीरीज जीती। टीम के टॉप-3 बैटर्स इमाम उल हक, फखर जमान और बाबर आजम ने 2019 के वनडे वर्ल्ड कप के बाद 16 सेंचुरी लगाई है। जो इस टाइम पीरियड में बाकी देशों के टॉप-3 के मुकाबले सबसे ज्यादा है।
इस बार पाकिस्तान के पेसर्स के साथ बैटर्स और शादाब खान, मोहम्मद नवाज जैसे ऑलराउंडर्स पर भी टीम को तीसरी बार एशिया कप का खिताब जिताने की जिम्मेदारी रहेगी।।
टीम की टॉप-3 स्ट्रेंथ
- टॉप ऑर्डर ने 31 मैच में 16 शतक लगाए: पाकिस्तान के कप्तान बाबर ICC वनडे बैटर्स रैंकिंग में नंबर-1 पर हैं। ओपनर्स इमाम-उल हक और फखर जमान भी टॉप-5 बैटर्स में शामिल हैं। तीनों ने मिलकर 2019 वर्ल्ड कप के बाद 31 मैच में 16 शतक लगाए, जो सभी देशों के टॉप-3 बैटर्स में सबसे ज्यादा हैं।
- मल्टिपल स्किल सेट वाले 4 खिलाड़ी : पाकिस्तान की पॉसिबल प्लेइंग-11 में 4 ऐसे खिलाड़ी हैं जो बैट और बॉल दोनों के साथ मैच जिताने की क्षमता रखते हैं। इनमें शादाब खान, फहीम अशरफ, मोहम्मद नवाज और मोहम्मद वसीम शामिल हैं।
- 145 किमी स्पीड वाले 3 गेंदबाज : पाकिस्तान का कलेक्टिव पेस बॉलिंग अटैक इस समय दुनिया में सबसे तेज है। शाहीन, नसीम और हारिस तीनों ही 145 KMPH से ज्यादा की रफ्तार से बॉलिंग कर सकते हैं। इनकी एक्स्ट्रा स्पीड टीम को एडवांटेज दिला सकती है।
टीम की टॉप-3 वीकनेस
- मिडिल ऑर्डर कमजोर : पाकिस्तान भी भारत की तरह टॉप हैवी साइड है। यानी टीम के टॉप -3 बैटर तो शानदार हैं, लेकिन मिडिल ऑर्डर में कंसिस्टेंसी कम दिखती है। इफ्तिखार, रिजवान और सलमान काफी टैलेंटेड हैं, लेकिन बड़े वनडे टूर्नामेंट में कभी इनकी परीक्षा नहीं हुई। अगर पाकिस्तान शुरुआत में दो-तीन विकेट गंवा देता है, तो टीम मुकाबले में पीछे हो सकती है।
- बहुत कम मैच खेले: 2019 वनडे वर्ल्ड कप के बाद से पाकिस्तान ने 31 वनडे मैच खेले हैं। यह अफगानिस्तान (24 मैच) के बाद सबसे कम है। भारत ने इस दौरान 57 मुकाबले खेले हैं। यानी पाकिस्तान की टीम हाल के सालों में ज्यादा वनडे मैच नहीं खेल पाई है। बड़े टूर्नामेंट में यह टीम के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
- खराब फील्डिंग साइडः पाकिस्तान टीम इंटरनेशनल क्रिकेट की सबसे खराब फील्डिंग साइड में से एक मानी जाती है। अहम मौकों पर कैच टपकाना, रन आउट के मौके गंवाना पाकिस्तान टीम की पहचान बन गई है। यह कमजोरी एक बार फिर टीम की नैया डुबो सकती है।
पाकिस्तान की पॉसिबल प्लेइंग-11
फखर जमान, इमाम-उल-हक, बाबर आजम, इफ्तिखार अहमद, मोहम्मद रिजवान, आगा अली सलमान, शादाब खान, फहीम अशरफ/मोहम्मद नवाज, शाहीन शाह अफरीदी, हारिस रऊफ और नसीम शाह।
3. नेपाल : बैटिंग-बॉलिंग के आंकड़े शानदार; बड़ी टीमों के खिलाफ अनुभव नहीं
पहली बार एशिया कप खेलने उतर रही नेपाल टीम ने 2019 वनडे वर्ल्ड कप के बाद 51 मैच खेले। इनमें टीम को 27 में जीत मिली, लेकिन एशिया कप की बाकी 5 टीमों के खिलाफ नेपाल ने एक भी मैच नहीं खेला। भारत और पाकिस्तान के खिलाफ टीम पहली बार ही कोई वनडे मुकाबला खेलेगी।
टीम की स्ट्रेंथ
2 बैटर 1000+ रन बना चुके, 3 बॉलर्स ने 50+ विकेट लिए: 2019 वनडे वर्ल्ड कप के बाद नेपाल के 2 बैटर्स 1100 से ज्यादा रन बना चुके हैं, जबकि 3 बॉलर्स ने 50 से ज्यादा विकेट लिए हैं। कप्तान रोहित पौडेल ने 1000 से ज्यादा रन बनाए हैं। वहीं बॉलिंग में लामिछाने ने 96 विकेट अपने नाम किए हैं। टीम के करण केसी और सोमपाल कामी भी पिछले 4 साल में 50 से ज्यादा विकेट ले चुके हैं।
टीम की वीकनेस
बड़ी टीमों के खिलाफ अनुभव नहीं: नेपाल के पास बड़ी टीमों के खिलाफ खेलने का अनुभव कम है। टीम के खिलाड़ियों ने जितना भी परफॉर्म किया है, वह एसोसिएट टीमों के खिलाफ किया है। ऐसे में बड़ी टीमों के खिलाफ परफॉर्म करना नेपाल के लिए सबसे बड़ा चैलेंज होगा।
नेपाल की पॉसिबल प्लेइंग-11:
कुशल भुर्तेल, अर्जुन सौद, आसिफ शेख, रोहित पौडेल (कप्तान), दीपेंद्र सिंह ऐरी, भीम शारकी, करण केसी, कुशल माला, संदीप लामिछाने, ललित राजबंशी और गुलशन झा।
4. श्रीलंका: डिफेंडिंग चैम्पियन के पास होम एडवांटेज; लेकिन 5 खिलाड़ी चोटिल
पिछले साल टी-20 एशिया कप फाइनल में पाकिस्तान को हराकर एशिया कप जीतने वाली श्रीलंका को होम एडवांटेज का फायदा मिलेगा। टीम पाकिस्तान में एक ही मैच खेलेगी, अगर श्रीलंका सुपर-4 स्टेज में पहुंचा तो उनके तीनों मुकाबले होम कंडीशन में ही होंगे। ऐसे में टीम के पास लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंचने का मौका रहेगा।
टीम की टॉप-3 स्ट्रेंथ
- होम एडवांटेज: सुपर-4 स्टेज तक श्रीलंका को अपने 5 में से 4 मुकाबले घर पर ही खेलने हैं। टीम अपने घर पर 58% मुकाबले जीतती है, इस बात का फायदा श्रीलंका को इस एशिया कप में भी मिल सकता है।
- मजबूत स्पिन लाइन-अपः श्रीलंका की पिचें स्पिनर्स के लिए मददगार होती हैं। टीम के पास वनिंदु हसारंगा और महीश तीक्षणा जैसे क्वालिटी स्पिनर्स मौजूद हैं। 2019 वर्ल्ड कप के बाद से हसरंगा ने 58 और तीक्षणा ने 36 विकेट लिए हैं।
- लंका प्रीमियर लीग का फायदाः श्रीलंका के सभी खिलाड़ी लंका प्रीमियर (LPL) खेलने के बाद सीधे एशिया कप में उतरेंगे। LPL टी-20 फॉर्मेट में खेला गया, लेकिन यहां खेलने से खिलाड़ियों को पिच और कंडीशन का अनुभव हो गया, जो टूर्नामेंट में टीम को फायदा पहुंचाएगा।
टीम की टॉप-3 वीकनेस
- बल्लेबाज आउट ऑफ फॉर्मः कुसल मेंडिस के साथ मिडिल ऑर्डर में असालंका और अविष्का फर्नांडो आउट ऑफ फॉर्म ही चल रहे हैं। 2019 वर्ल्ड कप के बाद टीम का कोई बैटर टॉप-20 रन स्कोरर में शामिल नहीं है। मिडिल ऑर्डर के बैटर तो टॉप-40 स्कोरर की लिस्ट से भी बाहर हैं।
- 5 खिलाड़ी चोटिल: इंजरी के कारण तेज गेंदबाज लहिरु कुमारा और दुष्मंथा चमीरा कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेल सके। वहीं LPL में हसारंगा, अविष्का और कुसल परेरा भी चोटिल हो गए। पांचों ही टीम के प्रमुख प्लेयर हैं, जिनके एशिया कप में खेलने पर भी संशय है।
- भारत-पाक और अफगानिस्तान के खिलाफ कमजोर रिकॉर्ड : अफगानिस्तान ने पिछले साल श्रीलंका को वनडे सीरीज हराई थी। टीम 2019 वर्ल्ड कप के बाद भारत के खिलाफ एक ही मैच जीत सकी, वहीं पाकिस्तान से टीम एक भी मैच नहीं जीती।
श्रीलंका की पॉसिबल प्लेइंग-11
दिमुथ करुणारत्ने, पथुम निसांका, कुसल मेंडिस (विकेटकीपर), अविष्का फर्नांडो/चरिथ असालंका, धनंजय डी सिल्वा, दसुन शनाका, वनिंदू हसारंगा, चमिका करुणारत्ने, दिलशान मदुशंका, महीश तीक्षणा, कसुन रजिथा।
5. बांग्लादेश : 4 वर्ल्ड क्लास बॉलर्स, शाकिब का अनुभव मजबूत पक्ष; करेंट फॉर्म खराब
2018 एशिया कप के फाइनल में भारत से आखिरी बॉल पर हारने वाली बांग्लादेश टीम ने पिछले ही साल भारत को वनडे सीरीज हराई। टीम ने पिछले साल साउथ अफ्रीका को भी सीरीज हराई थी। तमीम इकबाल के इंजर्ड हो जाने के बाद शाकिब अल हसन एक बार फिर टीम की कप्तानी करेंगे। पिछले दिनों टीम को अफगानिस्तान ने वनडे सीरीज हरा दी। लेकिन मुस्ताफिजुर, तस्कीन और मेहदी हसन जैसे गेंदबाजों और मुश्फिकुर-लिट्टन जैसे बैटर्स के साथ टीम मजबूत नजर आ रही है।
टीम की टॉप-3 स्ट्रेंथ
- मिडिल ऑर्डर मजबूत: लिटन, मुश्फिकुर और युवा मेहदी हसन 2019 वर्ल्ड कप के बाद टीम के टॉप स्कोरर हैं। अनुभवी शाकिब बड़ी टीमों के खिलाफ और बड़े टूर्नामेंट में अपना बेस्ट परफॉर्मेंस देते हैं। इन्हीं पर टीम के बैटिंग ऑर्डर की जिम्मेदारी रहेगी।
- 4 वर्ल्ड क्लास बॉलर्स: शाकिब, मेहदी, तस्कीन और मुस्ताफिजुर के रूप में 4 वर्ल्ड क्लास बॉलर्स हैं। चारों ही 2019 वर्ल्ड कप के बाद से टीम के टॉप विकेट टेकर हैं। मेहदी हसन ने तो 53 विकेट भी लिए हैं।
- भारत-साउथ अफ्रीका को सीरीज हरा चुके : 2019 वर्ल्ड कप के बाद बांग्लादेश ने भारत और साउथ अफ्रीका जैसी टीमों को वनडे सीरीज हराई है।
टीम की टॉप-3 वीकनेस
- टॉप ऑर्डर को अनुभव नहीं: टॉप ऑर्डर में मोहम्मद नईम और शान्तो को अनुभव नहीं है। नईम 4 और शान्तो 27 ही वनडे खेल सके हैं। तमीम टीम के टॉप रन स्कोरर थे, लेकिन वह इंजरी के कारण एशिया कप नहीं खेल रहे।
- लोअर-ऑर्डर की बैटिंग कमजोर : नंबर-7 पर मेहदी हसन मिराज के बाद टीम की बैटिंग खत्म हो जाती है। नसुम, मुस्ताफिजुर, तस्कीन और हसन महमूद किसी में भी बैटिंग करने की काबिलियत नहीं है।
- करेंट फॉर्म खराब : तमीम इकबाल की इंजरी के कारण वह एशिया कप नहीं खेलेंगे। उन्होंने पिछले दिनों रिटायरमेंट भी ले लिया था, जिस कारण टीम अफगानिस्तान से वनडे सीरीज हार गई। उन्होंने रिटायरमेंट वापस ले लिया, लेकिन टीम 2019 से श्रीलंका के खिलाफ 6 में से 2 ही मैच जीत सकी है। अफगानिस्तान और श्रीलंका दोनों बांग्लादेश के ही ग्रुप में हैं।
बांग्लादेश की पॉसिबल प्लेइंग-11
मोहम्मद नईम, नजमुल हुसैन शान्तो, लिट्टन दास, मुश्फिकुर रहीम (विकेटकीपर), शाकिब अल हसन (कप्तान), अफीफ हुसैन, मेहदी हसन मिराज, तस्कीन अहमद, नसुम अहमद, मुस्ताफिजुर रहमान और हसन महमूद।
6. अफगानिस्तान: राशिद-मुजीब जैसे वर्ल्ड क्लास स्पिनर्स; फील्डिंग और अनुभव कमजोर कड़ी
7 स्पिन ऑप्शन के साथ एशिया कप खेलने उतर रही अफगानिस्तान टीम श्रीलंका और पाकिस्तान की स्पिन पिचों पर प्रभाव छोड़ सकती है। टीम पाकिस्तान के खिलाफ 3-0 से वनडे सीरीज जरूर हार गई, लेकिन सीरीज में स्पिनर्स और रहमानुल्लाह गुरबाज ने अपनी छाप छोड़ी।
टीम की टॉप-3 स्ट्रेंथ
- 4 वर्ल्ड क्लास स्पिनर्स : मुजीब, राशिद, कप्तान नबी और नूर अहमद के रूप में टीम के पास 4 वर्ल्ड क्लास स्पिनर्स हैं। मुजीब और राशिद तो दुनियभर की फ्रेंचाइजी लीग में वर्ल्ड क्लास बैटर्स को आउट भी कर चुके हैं।
- गुरबाज और नबी की बैटिंग : ओपनिंग बैटर रहमानुल्लाह गुरबाज पिछले दिनों पाकिस्तान के खिलाफ 151 रन की पारी खेल चुके हैं। वह 2019 वर्ल्ड कप के बाद से टीम के टॉप रन स्कोरर भी हैं। लोअर ऑर्डर में मोहम्मद नबी और राशिद खान भी टीम को बड़े स्कोर तक ले जाने की क्षमता रखते हैं।
- श्रीलंका-बांग्लादेश को सीरीज हरा चुके : अफगानिस्तान ने जुलाई में ही बांग्लादेश को उन्हीं के घर में वनडे सीरीज हराई। टीम ने पिछले साल श्रीलंका को भी वनडे सीरीज हराई थी। तीनों टीमें एक ही ग्रुप में हैं, ऐसे में अफगानिस्तान के पास सुपर-4 स्टेज में पहुंचने के ज्यादा चांस हैं।
टीम की टॉप-3 वीकनेस
- बैटिंग : 2019 वर्ल्ड कप के बाद से टीम का कोई बैटर टॉप-50 स्कोरर की लिस्ट में भी जगह नहीं बना सका। गुरबाज और नबी को छोड़कर बाकी बैटर्स के पास अनुभव नहीं है। कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी की बैटिंग भी बेहद कमजोर है।
- तेज गेंदबाजी: फजलहक फारूकी के अलावा टीम का कोई तेज गेंदबाज वर्ल्ड क्लास बैटिंग के सामने प्रभावशाली नहीं है। फारूकी ने वर्ल्ड कप 2019 के बाद 19 मैच में 32 विकेट लिए हैं, उनके अलावा कोई पेसर 10 से ज्यादा मैच भी नहीं खेल सका।
- बड़ी टीमों के खिलाफ अनुभव नहीं : भारत और पाकिस्तान के खिलाफ टीम आज तक एक भी मुकाबला नहीं जीत सकी है। अगर टीम सुपर-4 स्टेज तक पहुंच भी गई तो आगे की राह बेहद मुश्किल होगी।