नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी (GST) सुधारों को आज़ादी के बाद देश का सबसे बड़ा फैसला करार दिया है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में भारत को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने के लिए नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म्स ज़रूरी हैं। पीएम मोदी ने ऐलान किया कि आगामी 22 सितंबर, सोमवार यानी नवरात्र के पहले दिन से नई GST दरें लागू हो जाएंगी।
प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों के साथ एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कहा कि समय पर बदलाव किए बिना भारत को वैश्विक परिस्थितियों में उसका उचित स्थान नहीं मिल सकता। उन्होंने याद दिलाया कि स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से भी उन्होंने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़े आर्थिक सुधारों की आवश्यकता पर बल दिया था।
GST हुआ और सरल
पीएम मोदी ने कहा कि अब GST को और सरल बना दिया गया है। अब इसकी मुख्यतः दो ही दरें रह गई हैं—5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत। उन्होंने बताया कि इसे “GST-2” का नाम दिया गया है, जो देश के लिए “सपोर्ट और ग्रोथ का डबल डोज़” साबित होगा।
GST सुधारों के पाँच बड़े फायदे (पंचरत्न)
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन सुधारों से भारत की अर्थव्यवस्था को पाँच बड़े लाभ मिलेंगे:
टैक्स सिस्टम और ज्यादा सरल होगा। देशवासियों की क्वॉलिटी ऑफ लाइफ बेहतर होगी। कंजम्प्शन और ग्रोथ दोनों को नया बूस्टर मिलेगा। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस से निवेश और रोजगार बढ़ेगा। कोऑपरेटिव फेडरलिज्म मजबूत होगा, जिससे विकसित भारत की राह आसान होगी।
त्योहारों पर ‘डबल खुशी’
पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने 15 अगस्त को देशवासियों से वादा किया था कि दिवाली और छठ पूजा से पहले खुशियों का “डबल धमाका” होगा। नई GST दरें उसी दिशा में एक बड़ा कदम हैं।